दफ्तर को जाते पये थे हम,
सीटी बजाते पये थे हम,
इक कुत्ती पयी निगाह में,
जो सुत्ती पयी सी राह में,
हमने भी मन खिला लिया,
उस कुत्ती को ठुद्दा मारिया,
कुत्ती के टिड विच बल पयी,
ओ पीछे-पीछे चल पयी,
हमने भी लत्त घूमा दी,
कुत्ती दी बुथी सुजा दी,
कुत्ती ने दंदी वड्ड ली,
पीनी दी पीनी कड्ड ली,
मैं अग्गे-अग्गे पज पया,
इक कुड़ी दे विच बज पया,
फेर ना पूछो यारों,
ओ कुत्ती तां पीछा छड गयी,
ओ कुड़ी पीछे पड़ गयी|
सीटी बजाते पये थे हम,
इक कुत्ती पयी निगाह में,
जो सुत्ती पयी सी राह में,
हमने भी मन खिला लिया,
उस कुत्ती को ठुद्दा मारिया,
कुत्ती के टिड विच बल पयी,
ओ पीछे-पीछे चल पयी,
हमने भी लत्त घूमा दी,
कुत्ती दी बुथी सुजा दी,
कुत्ती ने दंदी वड्ड ली,
पीनी दी पीनी कड्ड ली,
मैं अग्गे-अग्गे पज पया,
इक कुड़ी दे विच बज पया,
फेर ना पूछो यारों,
ओ कुत्ती तां पीछा छड गयी,
ओ कुड़ी पीछे पड़ गयी|
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